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NEHA KANOJIA

Children

4  

NEHA KANOJIA

Children

गर्मी के वो दिन

गर्मी के वो दिन

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गर्मी के दिन आते थे बहुत सी खुशियाँ लाते थे,

नानी घर सब जाते थे मौज मस्ती करते सब मिलकर धूम मचाते थे !

अब न वो मौसम है और न वो मंजर याद करते है

वो पल तो कि कैसे घर -घर जाते थे !


समय ने ऐसी करवट ली की अब सब सोचा करते है,

कब आएंगे वो दिन जब सुख- दुःख बाँटा करते थे!!

अब न मिलना है, न जुलना है,

याद आता है वो कैसे दिन कट जाते थे !


भरी धूप में हम सब बैठे रेत के किले बनाते थे,

गलती करते हम सब मिलकर माँ की डाँट भी खाते थे !

गर्मी के दिन आते थे बहुत सी खुशियाँ लाते थे !

गर्मी के दिन आते थे बहुत सी खुशियाँ लाते थे !


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