गर्मी के वो दिन
गर्मी के वो दिन
गर्मी के दिन आते थे बहुत सी खुशियाँ लाते थे,
नानी घर सब जाते थे मौज मस्ती करते सब मिलकर धूम मचाते थे !
अब न वो मौसम है और न वो मंजर याद करते है
वो पल तो कि कैसे घर -घर जाते थे !
समय ने ऐसी करवट ली की अब सब सोचा करते है,
कब आएंगे वो दिन जब सुख- दुःख बाँटा करते थे!!
अब न मिलना है, न जुलना है,
याद आता है वो कैसे दिन कट जाते थे !
भरी धूप में हम सब बैठे रेत के किले बनाते थे,
गलती करते हम सब मिलकर माँ की डाँट भी खाते थे !
गर्मी के दिन आते थे बहुत सी खुशियाँ लाते थे !
गर्मी के दिन आते थे बहुत सी खुशियाँ लाते थे !
