मेरी नैया पार लगाओ!!
मेरी नैया पार लगाओ!!
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मेरी नैया कैसे लागे पार?
गरजे बदल, बिजली चमके,बरसे हैँ मूसलधार!
झकझोर हवा, घनघोर घटा,
तेज़ चलती है ये धार!!
गहरी नदिया, है नाव पुरानी,
कोई नहीं है पतवार!!
दूर किनारा, है डगमग नैया,
तूफ़ान के आसार!!
डर लागत मोहे , जिया घबराये,
कोई नहीं है तारानहार,
कैसे खेऊ नैया मेरी?
अटकी है ये मझधार!
पार लगे अब कैसे नैया??
तुझ बिन खेवन हार!!
अब पार लगे कैसे नैया??
तुझ बिन खेवन हार??
