एक तरफा प्यार
एक तरफा प्यार
पहले तुझसे बात करने से पैर काँपते थे
लब थर थरा उठते थे
पर कभी तुझे बोल ना सका।
दिन तेरे दीदार की चाहत में होती थी
हर किसी से मुस्कुराहट से बात होती थी
पर कभी तुझे बोल ना सका।
इस एक तरफा प्यार की ताकत को
कम ना समझो साहब
यह प्यार बट ता नहीं यह पूरा होता है।
इसमे खोने का दर्द है पाने की आस है
इस पाने की आस में ज़िन्दगी बर्बाद
ज़िद पे आ जाओ आबाद हो जाती है।