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Shalini Kumari

Children

4  

Shalini Kumari

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एक राखी प्यार की

एक राखी प्यार की

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एक राखी की याद,

संजो कर रखी थी मैंने।

राखी का वो, दिन था खास,

भाई मेरा था बड़ा उदास।

समझ उसे नहीं आया था,

क्या दे अपनी बहन को खास।

चाहता था वो, बहुत कुछ देना,

पर जेबें उसकी खाली थी।

आंखों में बस आंसू थे,

चेहरे पर मायूसी थी।

उसका दर्द सहा नहीं, जा रहा था,

पहली बार वो मुझे, इतना रुला रहा था।

सोच लिया था मैंने मन ही मन,

रोने न देगी, तुमको ये बहन।

जैसे ही वो पास मेरे आया,

मैंने उसे हृदय से लगाया।

बड़े प्यार से तब समझाया,

राखी मतलब प्यार का रिश्ता।

पवित्र बंधन भाई बहन का,

त्यौहार नहीं यह, धन संग्रह का।।



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