I'm Dr.vishnu Prasad and I love to read StoryMirror contents.
लेकिन कुछ भी नहीं समझ सके और सहज भाव से अपने साथ वालों की तरफ देखने लगे। लेकिन कुछ भी नहीं समझ सके और सहज भाव से अपने साथ वालों की तरफ देखने लगे।
एम्बुलेंस उसके घर के बाहर ही रुकती हुई दिखी। दिल धक से बैठ गया। एम्बुलेंस उसके घर के बाहर ही रुकती हुई दिखी। दिल धक से बैठ गया।