एक फूल है
एक फूल है
एक
फूल है
दिल को
बेधता
कोई तीर
कोई शूल है
राह चलते
ठोकर लगाता
आंखों में भरता
यह भर भर
धूल है
इसको जन्म देना
इससे रिश्ता जोड़ना
इस बगिया के
जीवन की
सबसे बड़ी भूल है
इसका अंत हो जाना
मुरझाकर
टूटकर
जुदा होकर
अपनी दुश्वारियों से
मिट्टी में
मिल जाना
दुख का विषय नहीं
सबके लिए
एक नये सूरज का
माथे पर
उज्ज्वल टीका लगाती
एक नई
एक खुशियों और उल्लास से
भरे समय की
भोर है।