एक झूठ और सही
एक झूठ और सही
खो तो दिया है तुमने मुझे वैसे भी
काश इक बार सच बोल देते
कह देते की खता हो गयी तुमसे
मैं तुम्हारे हज़ार गुनाह भी माफ़ कर देती
पर तुमने झूठ का सहारा लिय
पल भर में सब खाक हो गया
रह गया हमारे बीच सिर्फ
एक तन्हाई का रिश्ता
यादों का रिश्ता