एक दूजे के लिए
एक दूजे के लिए
ये तेरी सोहबतो के असर का ख़ुमार है
मेरे हमराह ख़ुश्बुओ का ग़ुबार है
और इससे बढ़कर ख़ूबसूरत क़्या हो सकता है
एक रास्ते पर एक मन्ज़िल के लिएहम साथ हैं
कोई ख़्वाब ज़ख़मी हमारे सीने में नहीं
कोई ग़िला कोई शिकवा ज़माने से नही
के हमने अपनी राह को ख़ुद ही चुना है
कंकरो से चुनकर नामे वफ़ा लिखा है
आसमाँ पे सजे हर सितारे की कसम
जनम ही हमने एक दूजे के लिएलिया है
अब जिस्म झुर्रियो के जाल मे तन गया है
आँखो के चराग़ भी मधधम से पड़ गये है
अब जिस्म एक बोझ बन गया है
मगर तेरा अहसास ही है जो थामे हुए है
एक दूसरे का हाथ जैसे
साथ जीए और फिर
साथ ही जाने के लिए।