एक दाना ( गीत )
एक दाना ( गीत )
एक दाना दो दाना तीन दाना चार दाना
पांच दाना छे दाना सात दाना आठ दाना,
दाना दाना दाना दाना। ...
हर दाने की एक कहानी,
किस किस ने इसको जाना
जिसने जाना उसने माना
दाना दाना उसका खाना।
नाम लिखा है इसपर जिसका
उसको ही है इसको खाना,
कर के बंधू चालाकी फिर
हाथ तुम्हारे कुछ ना आना।
एक दाना दो दाना तीन दाना चार दाना
पांच दाना छे दाना सात दाना आठ दाना,
दाना दाना दाना दाना। ...
सारी दुनिया इस पर मरती
जीवन इससे ही सुहाना
जिसने इसकी चाह है छोड़ी
उसको एक दिन मर है जाना।
इससे ताक़त ये ही है हिम्मत
खाकर इसको तुम जी जाना,
खिचड़ी डालियाँ बनेगा बलिया
सब लोगों की भूख मिटाना।
एक दाना दो दाना तीन दाना चार दाना
पांच दाना छे दाना सात दाना आठ दाना,
दाना दाना दाना दाना। ...
Dhun/ Geet : आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की