अधूरी कहानी लिखता है
अधूरी कहानी लिखता है
तेरी चाहत में हम ये किस मुकाम पर आ गए,
ना ही तेरा प्यार मिला हमको ना ही अपनों के रहे हम|
बेवफा भी नहीं तू पर वफा भी ना की तूने हमसे,
दिल ये करता है कि इस दुनिया को अलविदा कर दे हम|
जंग चल रही दिलो दिमाग में हम परेशान से हो गए,
किस ओर जाएँ हम ये समझ ना पाए|
तुझसे रूठते हैं तो दिल हमारा हमसे खफा होता है,
तेरी सुनते हैं जो बातें तेरा साथ निभाते हैं,
तो अपने खफा हो जाते हैं|
तुमने मुझे ज़हर दे दिया होता तो अच्छा होता,
कम से कम अमृत समझ पी जाते हम|
ये दर्द प्यार के देकर जाने क्यों वो खुद मुस्कुराता है,
प्यार दिलों में जगाता है और प्यार की कहानियां को
अधूरा छोड़ता है|
जाने क्यों प्यार में रुलाना उसे अच्छा लगता है,
ओ कान्हा तेरी कहानी रही अधूरी तो क्यों,
तू सबकी अधूरी-कहानी लिखता है|