जय मातादी
जय मातादी
जय जय मैया मेरी
आ जाओ करो ना देरी,
तुम्हें पल-पल विनती सुनाएं
आकर तेरे चरणों में माँ
हम शीश अपना झुकाएँ
जय जय...
मैहर तेरा धाम बड़ा
माँ शारदा तू कहलाए,
जो भी तेरी शरण में आए
सब विपदा कट-कट जाए,
वीणा-वादिनी वीणा तेरी
झन-झन बजती जाए,
आकर तेरे चरणों में...
हरिद्वार में मनसा माँ
खंभ रहीं प्रगटाये,
आने वाले भक्तों के माँ
दुख सारे बिसराय,
पूरी कर दे मनसा सबकी
जो झोली फैलाए,
आकर तेरे चरणों में...
ज्वाला रानी नाम बड़ा
नवजोत रही जलवाए,
आए जो भी दर पर तेरे
वह भेद समझ ना पाए,
बिन बाती बिन तेल के जोते
जगमग जलती जाए,
आकर तेरे चरणों में...
जय जय मैया मेरी!