इसी फ़िक्र में जीवन निकलेगा वो संघर्ष का दिन हर रोज़ देती है। इसी फ़िक्र में जीवन निकलेगा वो संघर्ष का दिन हर रोज़ देती है।
ऐसी ही मिशालें देते हुए हम यारों को, दुनियां में चार मिलते हैं। ऐसी ही मिशालें देते हुए हम यारों को, दुनियां में चार मिलते हैं।
पीकर जीना, जीकर पीना ये शराब तुम्हारी कभी कद्र नहीं करती। पीकर जीना, जीकर पीना ये शराब तुम्हारी कभी कद्र नहीं करती।
अब वो दीवार-ए-दर से या दुनिया से ये कौन कहे। अब वो दीवार-ए-दर से या दुनिया से ये कौन कहे।
जिसने इसकी चाह है छोड़ी उसको एक दिन मर है जाना। जिसने इसकी चाह है छोड़ी उसको एक दिन मर है जाना।
बदल गया मौसम, बदल गए सारे ना बदला मैं, ना बदले चाँद तारे। बदल गया मौसम, बदल गए सारे ना बदला मैं, ना बदले चाँद तारे।