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Tanha Shayar Hu Yash

Abstract Romance Classics

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Tanha Shayar Hu Yash

Abstract Romance Classics

बदल गया

बदल गया

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बदल गया मौसम, बदल गए सारे 

ना बदला मैं, ना बदले चाँद तारे। 


बदले है इशारे, बदले है नज़ारे

ना बदलेंगे हम कभी, ना बदलेंगे दिल हमारे। 


कहती है बहती हवा, कहते है झरने सारे 

ये एकांत जीवन का, इस अकेलेपन में तुम हमारे। 


कहते है रुके कदम, कहते है पेड़ पौधे सारे 

ये पल तेरे संग हसीं है, कहते है नीर के धारे। 


बदल गया मौसम, बदल गए सारे 

ना बदला मैं, ना बदले चाँद तारे। 


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