Neha Yadav
Classics
मौसम की पहली हवा,
जब दिल को छू जाए,
सुंदर-सुंदर एहसास लिए,
ये मन को महकाएl
आए जवानी जब भी,
यह प्रकृति एहसास दिलाए,
क्या उल्लेखन इसका करना,
ये परिपूर्ण है खुद में,
आती है एहसास लिए,
नवजीवन में रंग बरसाए।।
यादों की बारि...
देशहित में
घर छोड़ जाने क...
मकाम हैं हम
मैं तुम का भे...
सच्चाई
वो पहली मुलाक...
विश्वास
संवेदनशील नार...
भारत देश महापर्व प्यारा, विशाल दीपोत्सव मनाओ न्यारा। भारत देश महापर्व प्यारा, विशाल दीपोत्सव मनाओ न्यारा।
आदि है, आज है, भूत-भव का अंतराल है; भुवन की रंग-साज है, हृदय सिंधु विशाल है... आदि है, आज है, भूत-भव का अंतराल है; भुवन की रंग-साज है, हृदय सिंधु विशाल है...
वो अंदर ही अंदर खूब रोया, पर मुस्कुराहट बरकरार थी... वो अंदर ही अंदर खूब रोया, पर मुस्कुराहट बरकरार थी...
कहीं त्रिभुज भी बना है यारों, कहा किसी ने पैसों की कोठरी है ये, ढूँढ रही हूँ कहाँ छिपी है ये अभी.... कहीं त्रिभुज भी बना है यारों, कहा किसी ने पैसों की कोठरी है ये, ढूँढ रही हूँ ...
अपने वास्तविक अखंड स्वरूप में इस प्रकार स्थित करो अपने आप को । अपने वास्तविक अखंड स्वरूप में इस प्रकार स्थित करो अपने आप को ।
सबका यह कानून है, देता सबका साथ। कदम मिलाकर जो चले, उसके सर पे हाथ... सबका यह कानून है, देता सबका साथ। कदम मिलाकर जो चले, उसके सर पे हाथ...
जब प्रियजन आपसे दूर होते है तब प्रणय की स्मृतियां ईन्सान को कई खास अनुभूती करता है। जब प्रियजन आपसे दूर होते है तब प्रणय की स्मृतियां ईन्सान को कई खास अनुभूती करता ...
कहें कि धर्म विरुद्ध नहीं ये बलवान पुत्र होगा एक तुमसे कहें कि धर्म विरुद्ध नहीं ये बलवान पुत्र होगा एक तुमसे
प्राचीन संस्कृति की जड़ें धीरे-धीरे हिल रही हैं... प्राचीन संस्कृति की जड़ें धीरे-धीरे हिल रही हैं...
नफरतों के दाएरे, छोड़, आ गए जोड़ने आज हर मन को... नफरतों के दाएरे, छोड़, आ गए जोड़ने आज हर मन को...
माना कि नहीं थीं तुम रानी झांसी जैसी वीर पर, यौवन तो था न तुम्हारे पास पद्मावती, जिसने राजा रतन सिंह... माना कि नहीं थीं तुम रानी झांसी जैसी वीर पर, यौवन तो था न तुम्हारे पास पद्मावती,...
पत्तों पर ठंडी मोती सम ओस की बूंदें हैं बेहद सुन्दर, बीते हुए बचपन के दोस्तों की सुनहरी यादें हैं सु... पत्तों पर ठंडी मोती सम ओस की बूंदें हैं बेहद सुन्दर, बीते हुए बचपन के दोस्तों की...
अवकाश की सीमाओं से, अब मुक्त हो गया हूँ मैं। सच, अब आज़ाद हो चुका हूँ मैं... अवकाश की सीमाओं से, अब मुक्त हो गया हूँ मैं। सच, अब आज़ाद हो चुका हूँ मैं...
हर पल हर वक़्त, तत्पर ही देश प्रति, सिर को कभी झुकाता नहीं कटा देता है ! हर पल हर वक़्त, तत्पर ही देश प्रति, सिर को कभी झुकाता नहीं कटा देता है !
खड़े हुए इस समय-श्रृंखला में हैं दोनों ही बंधे हुए... खड़े हुए इस समय-श्रृंखला में हैं दोनों ही बंधे हुए...
तपन भरी है ये धरा, जीव सभी हैं त्रस्त। मिलता तब आराम है, सूरज होते अस्त... तपन भरी है ये धरा, जीव सभी हैं त्रस्त। मिलता तब आराम है, सूरज होते अस्त...
दिल वालों की दिल्ली है, भारत की ये शान रे; महलों का कलकत्ता है, गुलाबी शहर जयपुर रे... दिल वालों की दिल्ली है, भारत की ये शान रे; महलों का कलकत्ता है, गुलाबी शहर जयपु...
अमृत है तेरा जल गंगा, अद्भुत है तेरा बल गंगा... अमृत है तेरा जल गंगा, अद्भुत है तेरा बल गंगा...
माता मेरी ये धरा, हरियाली चहुँ ओर। सूरज करते भोर हैं, पक्षी करते शोर... माता मेरी ये धरा, हरियाली चहुँ ओर। सूरज करते भोर हैं, पक्षी करते शोर...
समुंदर ने एक क्षण में ही सारी द्वारका को डुबो दिया । समुंदर ने एक क्षण में ही सारी द्वारका को डुबो दिया ।