एक बेटी के कुछ सवाल
एक बेटी के कुछ सवाल
एक बेटी के कुछ सवाल ...
बेटी क्यूँ झुकती है ,हर बार
कभी आपनो के सामने ..
कभी परायो के सामने ..
क्या उसको जीने का हक नही .
क्या उसको खुशियो का हक नही ?
कब तक डरती रहेगी ,अपनो से ,परायो से
कब तक अपना दर्द छुपाती रहेगी ?
क्यू नही समझती दुनिया उसको ..
क्यू उसके हालतो से खेलती हैं?
कैसे ढुँढे वो इस दुनिया मे अपनो को ,जो उसे हि डराते है ...
कैसे खुद के जीने का सहारा ढूढे ..
कहॉ बताये अपना दर्द ,जो उसे समझ सकें..
कहॉ जाये बेटी जहॉ चैन से जी सकें??
