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Ritu Dahate

Abstract

3  

Ritu Dahate

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भाई का प्यार

भाई का प्यार

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भाई का प्यार न कभी दिखता , न दिखाता ..

हमेशा बहन से लड़ता - झगड़ता ..


भाई हमेशा बहन को चिढ़ता 

काली है तू , मोटी है तू , 

तू झे कुछ नहीं आता भाग जा तू ..


भाई जैसा प्यार किसी का नहीं 

हमेशा बहन की चीजों पर हक जताता .

खुद की चीजों को छोड़ ..

बहन की चीजो पर नजर गड़ाता .


मम्मी के चिल्लाने पर जब बहन रोती ..

सबसे पहले भाई मनाता ..


बहन को खुद रूला भी दे ..

लेकीन किसी और के रूलाने पर बावला हो जाता ..


भाई , बहन के लिए सारी दुनियॉ से लड़ जाता ..

दोस्ती से जिन्दगी बनती ,

लेकिन भाई जिन्दगी बना देता ...



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