ए दिल..!
ए दिल..!
खुशी से छलकता - ए दिल,
प्रकृति का रोम हैं उसमें !
प्रेमी पंखी से बना - ए दिल,
पंछी की तरह उड़ना है उससे !
रोमांच से आगे का कदम बढ़ाने चला - ए दिल,
अपनी खूसूरती को निहादना है उससे !
अपने साथी कि प्रीत बढ़ाने चला - ए दिल,
काल्पनिक ता में अपनी कहानी बयान करना है उससे !
खुशी से छलकता - ए दिल,
नाचना है आज उससे।