मोहब्बत
मोहब्बत
वो खुश है किसी और के साथ
अपनी दुनिया बसा के,
लेकिन मेेेेरे लिए तो वही मेरा संसार था.
मैं फिर भी खुश हूं उसकी खुशी के लिए,
प्यार में कोई शर्त तो नहीं थी
जितना मैं उसे चाहुंगी उतना ही चाहेेगा वो भी मुझे.
पर कुछ तो बात होती है मोहब्बत में,
कमबख़्त भीड़ में भी अकेला कर जाता है,
महफिल में हंसता हुआ चेहरा अक्सर
तन्हाई में रोता पाया जाता है.
दुनिया के लिए उसमें कोई बात नहीं है,
पर मेरे लिए उससे ज्यादा कुछ भी खास नहीं है.
मगर अब इस दिल को समझाना होगा
कि अब वो अमानत है किसी और की,
मोहब्बत तो मेेेेरी ही थी
पर अब चाहत है किसी और की!

