तेरी जरूरत है
तेरी जरूरत है
जिंदगी में कमी महसूस तो नहीं होती है
बस दिल को ही तेरी कमी खलती है
ऐसा लगता है आंखों को जरूरत ही नहीं है
फिर भी आँसुओं में तेरी ही याद बहती है
मुझे अब कुछ कहना गवारा तो नहीं है
बस होठों पर मुस्कान बनी रहती है
मुझे हँसने की हमेशा की आदत रही है
भले दिल में कितना ही दर्द छुपा रहता है
कभी जो मेरा दिल जोरों से धड़कता है
यहीं कहीं आसपास हो तुम ऐसा लगता है
जरूरत हो कभी तुम्हारी ऐसा नहीं लगता है
लेकिन एहसासों पर जोर कहाँ चलता है
बस तुमसे एकबार मिलने की आरज़ू है
कुछ कहना नहीं है बस.......... मिलना है
मुझे ना जरूरत तेरी कल थी ना आज है
एहसास का रिश्ता जो कल था वो आज भी है ।

