दिल
दिल
मेरे सारे सपने देख अब
तेरी गहरी नींदों को लिहाफ ओढ़ाकर
रात के कानो में हौले से ये फुसफुसाकर
शब के स्याह अंधियारे में उजला ये सवेरा घोलकर
हिचकोली खाती ,मद्धम सी होती
इन धड़कनों की सच्चाई की कहानी आज सुना रहे हैं।
मेरे सारे सपने देख अब
तेरी गहरी नींदों को लिहाफ ओढ़ाकर
रात के कानो में हौले से ये फुसफुसाकर
शब के स्याह अंधियारे में उजला ये सवेरा घोलकर
हिचकोली खाती ,मद्धम सी होती
इन धड़कनों की सच्चाई की कहानी आज सुना रहे हैं।