चेहरा ढक लेने से कोई पर्दानशी नहीं होता! चेहरा ढक लेने से कोई पर्दानशी नहीं होता!
महका-महका सा और जब धीमे से मैं गुनगुनाता हूँ तुम्हारा वो नाम महका-महका सा और जब धीमे से मैं गुनगुनाता हूँ तुम्हारा वो नाम
बनकर हमदर्द एक दूसरे का किरदार खोद देते है.. बनकर हमदर्द एक दूसरे का किरदार खोद देते है..
मुझ को मेरा काम गिनाने आये कुछ पद वाले लोग। मुझ को मेरा काम गिनाने आये कुछ पद वाले लोग।
रोज लिखता था तेरी मुस्कुराहटों को रात में सुनता था तेरी आहटों को रोज लिखता था तेरी मुस्कुराहटों को रात में सुनता था तेरी आहटों को