"दीया की अभिलाषा"
"दीया की अभिलाषा"
दीया बिखराणे लगा,
जळ जळ अपणा नूर।
तिल तिल जळकै कर रहा,
अंधकार नै दूर।
अंधकार नै दूर,
करण की सै अभिलाषा।
लेकर बाती तेल,
लिए मन म्ह यह आशा।
आये आंधी तेज,
चला अंधकार मिटाणे।
अपणा सारा नूर,
लगा दीया बिखराणे।
दीया बिखराणे लगा,
जळ जळ अपणा नूर।
तिल तिल जळकै कर रहा,
अंधकार नै दूर।
अंधकार नै दूर,
करण की सै अभिलाषा।
लेकर बाती तेल,
लिए मन म्ह यह आशा।
आये आंधी तेज,
चला अंधकार मिटाणे।
अपणा सारा नूर,
लगा दीया बिखराणे।