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Brijlala Rohan

Tragedy

3  

Brijlala Rohan

Tragedy

चुनाव

चुनाव

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चुनाव आए

तमाम वादें -दावे और गारंटियां की गईं !

चुनाव संपन्न हुए ,

लो आज नतीजे भी आ गए ,

मगर जनादेश किसको मिला ?

अगले चुनाव तक जनता भी अनभिज्ञ है इससे !

कुछ इसी तरह से चुनाव आते हैं और चले जाते हैं ,

और जनादेश घूमता रहता है ,

और जनता वही के वहीं रहते हैं!

 उनकी समस्याएं भी धरी की धरी रहती हैं। 



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