चलो साथ चलते हैं
चलो साथ चलते हैं


चलो आज कुछ बात करें,
कुछ तुम कहो कुछ हम कहें,
कुछ तुम सुनो कुछ हम सुने
चलो फिर से संग चलें
कुछ यादों को फिर जिएं
कुछ मौन की भाषा
कुछ नयनो की भाषा
कुछ कहे अनकहे पल जियें
चलो आज फिर संग चले
कुछ तुम चलो कुछ हम चलें
साथ साथ कुछ नया रचें
कुछ तुम रचो कुछ हम रचें
बना दें आज कुछ नया जहां
पुष्प प्रेम के खिले जहां
चलो फिर साथ चलते हैं
नया जहां हम रचते हैं।।