चला जाता हूँ मैं।
चला जाता हूँ मैं।
कोशिश करके देख ली रुलाने की
और हर पल हँसता जाता हूँ मैं।
जाने किस मिट्टी से बना हूँ
बस रो ना पाता हूँ मैं।
कभी खुद ही उलझता हूँ
फिर सुलझ जाता हूँ मैं।
बड़ी मशक़्कतों के बाद ही सही
पर जीत जाता हूँ मैं।
करता नहीं नुमाइश
कभी परेशानियों की मैं।
मशहूर हूँ कि मुस्कराता हूँ
खुद ही चला जाता हूँ मैं।
जब जब गहराइयों में खो जाओ
तब साथ नजर आता हूँ मैं।
क्यूंकि तुम्हारी तरह अपने दिल को
कभी बदल नहीं पाता हूँ मैं।
दिलों में प्यार लिए हूँ।
प्रभु का संदेश लाया हूँ मैं।
सोचते ही नहीं अक्सर मानव के बारे में
तभी तो मानवता लिए हूँ मैं।