बसन्त मतलब तुम
बसन्त मतलब तुम
पतझर में बसन्त मतलब तुम,
नीरसता का अन्त मतलब तुम।
मेरी पीर हर लेते इक मुस्कान से,
मेरे लिये तो सन्त मतलब तुम।
आँख मूंदकर भी तुमको देखूँ,
आकाश जैसे अनंत मतलब तुम।
इस मन मंदिर में बसाया है तुम्हें,
यहाँ पर हो महन्त मतलब तुम।
पुष्प, पल्लव सब कुछ हुआ पीला,
पीला पीला दिगन्त मतलब तुम।

