मन के भावों में अक्सर खोना पसन्द है, फिर से जियूं और ये कहूँ की जीवन बसन्त है। मन के भावों में अक्सर खोना पसन्द है, फिर से जियूं और ये कहूँ की जीवन बसन्त है।
भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की। भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की।
आसमानी परिंदे बसन्त का पैगाम लाए हैं आसमानी परिंदे बसन्त का पैगाम लाए हैं
ह्रदय में प्रेम रंग भरने को हुआ ऋतुराज का आगमन, प्रकृति फिर सजी है दुल्हन सी प्रफ्फु ह्रदय में प्रेम रंग भरने को हुआ ऋतुराज का आगमन, प्रकृति फिर सजी है दुल्हन ...
कृति के सौंदर्य को देखो कितना अनुपम बनाता है ! ये देखो कितना मनोरम बसन्त आता है ! कृति के सौंदर्य को देखो कितना अनुपम बनाता है ! ये देखो कितना मनोरम बसन्त ...
मन उपवन उल्लास छाया है मन उपवन उल्लास छाया है