दुनिया की हर बुराई को लेकर पानी रहता सदा ही निर्मल है। दुनिया की हर बुराई को लेकर पानी रहता सदा ही निर्मल है।
प्रेम मग्न हो थिरकते ब्रह्माण्ड का हिस्सा बन जायेंगे हम। प्रेम मग्न हो थिरकते ब्रह्माण्ड का हिस्सा बन जायेंगे हम।
लोग सूर्योदय व सूर्यास्त को देखने दूर-दूर से हैं आते। लोग सूर्योदय व सूर्यास्त को देखने दूर-दूर से हैं आते।
पेड़ों पर नव पलल्व, ने ली है नयी सी मुस्कान, देखो छायी है, बसंती बहार पेड़ों पर नव पलल्व, ने ली है नयी सी मुस्कान, देखो छायी है, बसंती बहार
कृति के सौंदर्य को देखो कितना अनुपम बनाता है ! ये देखो कितना मनोरम बसन्त आता है ! कृति के सौंदर्य को देखो कितना अनुपम बनाता है ! ये देखो कितना मनोरम बसन्त ...
खिले हुए है फूल, खुशबू सब में भरते खिले हुए है फूल, खुशबू सब में भरते