STORYMIRROR

Amrita Singh

Others

3  

Amrita Singh

Others

बसंत बहार 🥀

बसंत बहार 🥀

1 min
231

भंवरों ने फूलों पर,

छेड़ी है नयी तान,

देखो छायी है,

बसंती बहार !


कोकिल ने छेड़ी है, 

पेड़ों पर नयी तान,

देखो छायी है,

बसंती बहार !


पेड़ों पर नव पलल्व,

ने ली है नयी सी मुस्कान,

देखो छायी है,

बसंती बहार !


बसंत के आगमन से,

बाग़ों में आयी है,

नयी सी बहार,

देखो छायी है,

बसंती बहार !


एक नई सी उमंग लिए, 

एक नयी सी तरंग लिए, 

धरती ने ओढ़ी है, 

हरी चादर,

देखो छायी है,

बसंती बहार !


हवाओं मे भीनी -भीनी सी,

मिट्टी की महक, 

चारों तरफ बसंत की छटा से, 

दृश्य हुआ है आती मनोरम,

देखो छायी है,

बसंती बयार है !



Rate this content
Log in