माँ हूँ, शिक्षक हूँ, नारी हूँ, हिंदी की सेवा करना चाहती हूँ, कुछ ऐसा लिखना चाहती हूँ।
ईशु इस बार कोई पोजीशन नहीं लाया ईशु इस बार कोई पोजीशन नहीं लाया
अपनी लाडो की खुशी देखकर माँ ने भी हाँ में हाँ मिला दी। अपनी लाडो की खुशी देखकर माँ ने भी हाँ में हाँ मिला दी।
"आज मुझे अपने ईश्वर के साथ होने का विश्वास हो गया। "आज मुझे अपने ईश्वर के साथ होने का विश्वास हो गया।
इसमें लिख दिया है, माँ मैं ठीक हूँ। उन्हें तसल्ली हो जायेगी। इसमें लिख दिया है, माँ मैं ठीक हूँ। उन्हें तसल्ली हो जायेगी।
मैं बूढ़ा सा पेड़ इस घर के सामने मुझे निहाल के दादाजी ने लगाया था। मैं बूढ़ा सा पेड़ इस घर के सामने मुझे निहाल के दादाजी ने लगाया था।
बच्चों के आने से जैसे नीरस माहौल एकदम जीवंत हो उठा। बच्चों के आने से जैसे नीरस माहौल एकदम जीवंत हो उठा।
उसने एक ही सपना पाला, वो भी दुनिया घूमने का उसने एक ही सपना पाला, वो भी दुनिया घूमने का