बस यही दुआएं मेरी
बस यही दुआएं मेरी


तेरी याद में पल पलजिया करते है
नजरो से हो दूर तू तो खुद से खफा रहते है
बेरंग फीका सा लगता हर समा
तू करीब हो तो धूप में बरसात होती है
बंजर जीवन खेतो सा सजाना चाहूं
तेरे नाम का सिंदूर भर दुनिया अपनी बसाना चाहू
हर पल अब तेरे संग कटे
चाहूं जो सुकून वो तुझ में दिखे
हो तेरी बाहों में हर सुबह हर रात मेरी
तेरा रहे साथ हर मौसम हर हाल
बस यही अब दुआएं मेरी...।