है चाँद छूने की तमन्ना तो ख़्वाब देखिए... है चाँद छूने की तमन्ना तो ख़्वाब देखिए...
अर्पण हो जाऊं मालाओं में ऐसे प्रभात की पुष्प बनूं।। अर्पण हो जाऊं मालाओं में ऐसे प्रभात की पुष्प बनूं।।
सपनों को अपनी आंखों में ही सुला कर , कल के लिए रखे हैं अरमान छिपा कर! सपनों को अपनी आंखों में ही सुला कर , कल के लिए रखे हैं अरमान छिपा कर!
किसी भी न रोक के न टोक के तब बनेगा हमरा देश स्वतंत्र और आत्मनिर्भर। किसी भी न रोक के न टोक के तब बनेगा हमरा देश स्वतंत्र और आत्मनिर्भर।
हे प्रभु! मुझ पापी का ना बहिष्कार कर, पिता है तू तो बस, मेरे जीवन का परिष्कार कर। हे प्रभु! मुझ पापी का ना बहिष्कार कर, पिता है तू तो बस, मेरे जीवन का परिष्कार...
अक्सर यादों में खो जाते हैं जज़्बात अधूरे रह जाते हैं अफसाना है ये कैसा सबकुछ पाकर भी कुछ ख्वाब ... अक्सर यादों में खो जाते हैं जज़्बात अधूरे रह जाते हैं अफसाना है ये कैसा सबकुछ...