हे प्रभु! मुझ पापी का ना बहिष्कार कर, पिता है तू तो बस, मेरे जीवन का परिष्कार कर। हे प्रभु! मुझ पापी का ना बहिष्कार कर, पिता है तू तो बस, मेरे जीवन का परिष्कार...
मन मलिन है ,प्राण व्यथित है ,अब तो पार कीजे। मन मलिन है ,प्राण व्यथित है ,अब तो पार कीजे।
दुर्गंध युक्त स्वार्थ में सिमटकर, मिलन ना तुमसे कर पाऊँगा।। दुर्गंध युक्त स्वार्थ में सिमटकर, मिलन ना तुमसे कर पाऊँगा।।
स्वार्थ भरे इस जीवन को, श्री चरणों में झुकने दो। स्वार्थ भरे इस जीवन को, श्री चरणों में झुकने दो।
"नीरज" तो है जन्म का पापी, कुछ तो करुना धारो।। हे परम गुरू...... "नीरज" तो है जन्म का पापी, कुछ तो करुना धारो।। हे परम गुरू......
पर्वत - सा अडिग विश्वास हिय में भर दे हे ! माँ शारदे वर दे। पर्वत - सा अडिग विश्वास हिय में भर दे हे ! माँ शारदे वर दे।