प्रार्थना
प्रार्थना
हे ! माँ शारदे वर दे
मन में शील
बुद्धी विवेक से भर दे
हे ! माँ शारदे वर दे।
धवल निर्मल हो
मेरा हर कर्म
जान लूँ मैं
जीवन का मर्म
वाणी से अपनी
मैं तेरी करूँ आराधना
पूर्ण कर सकुँ मैं
अपनी जीवन साधना
सुमिरूँ तेरा ही नाम दिन - रैन
ऐसी भक्ती मन में भर दे
हे ! माँ शारदे वर दे I
दृढ़ हो मेरा हर संकल्प
लक्ष्य भेदन ही मात्र हो विकल्प
भटकुं न मैं अपने मार्ग से
चाहे पग हों घायल शूल से
विपदाओं से ना डरूँ
मन आस्था से भरूँ
पर्वत - सा अडिग विश्वास हिय में भर दे
हे ! माँ शारदे वर दे।