जिंदगी की नई शुरुआत 2021
जिंदगी की नई शुरुआत 2021
जिसने मुझसे तन्हाई से परे
भीड़ के हालात जोड़ दिये
जिसने मुझसे इंतजार से परे
मिलन के ख्यालात जोड़ दिये
खुद से अंजान सी मैं
जिसने मुझसे प्रेम के जज्बात जोड़ दिये
इस 2021 को मैं
अपने जीवन का नया गीत
उसमें नये सुर, लय, और नई ताल लिखूँ
2021 को जिंदगी की नई शुरुआत का साल लिखूँ
औरों की तरह मेरी जिंदगी में भी कई गम थे
अकेली थी मैं
किसी के मिलने के आसार कम थे
"एकला चलो रे" लिखा था किसी ने
और पढ़ा था मैंने
तो सोचा जिंदगी का सफर अकेले ही काट लेंगे
अपने सुख और दुःख खुद से ही बांट लेंगे
पर बेटी हूँ न
बिन ब्याही बेटी को देख
पिता के चेहरे पर मुझे चिंताएं दिखने लगी
पिता की चिंता कैसे मिटाऊँ
ये अपने मन में लिखने लगी
मेरी जिंदगी में भी नये बंधन मोड़ प्रभु
मेरी हाथ की रेखाएं भी कहीं जोड़ प्रभु
प्रार्थनाओं में एसी लाइने मैं सीखने लगी
जल्द ही ईश्वरीय कृपा से
मेरे लिए एक पैगाम आ गया
प्यार भरा अपनापन लिये दुआ और सलाम आ गया
फिर......
नवम्बर को जिंदगी की किताब में
हमेशा के लिए वो दिन छप गया
जिसमें विवाह की घड़ियाँ समीप आ गयी
पिता की मुस्कान और कन्यादान की फुलझड़ियाँ
समीप आ गयी
रिश्ते - नाते तो कई थे
अब खुद से जुड़ चुके हैं मायाजाल लिखूँ
2021 को जिंदगी की नई शुरुआत का साल लिखूँ
जीवन साथी को लेकर
सभी के मन में कई अरमान होते हैं
कभी रूठने ,कभी मनाने के
कभी हँसने , कभी कभी हँसाने के
कभी आँसुओं को पोछने के
कभी मन की गहराइयों में खोजने के
ऐसे कई सामान होते हैं
दिल के अरमानों और सामानों से परिपूर्ण
मैंने अपने जीवन साथी को पा लिया
सुंदर से आभूषणों से, प्रेम व सम्मान के क्षणों से
मैंने खुद को सजा लिया
पिता की चिंताएं मिट गयी
माँ की इच्छाएं सिमट गयी
चिंताओं और विवश्ताओं से परे
मैंने शांति और सुकून का गीत गा लिया
मेरे जीवन में वो सारे जवाब बन गये
आँखों के लिए सुंदर ख्वाब बन गये
अब मिट गये सारे सवाल लिखूँ
2021 को जीवन की नई शुरुआत का साल लिखूँ ।

