कर्जदार
कर्जदार
मैं इस धरती की कर्जदार हूँ
इसने मेरा भार उठाया है
मैं उस सूरज की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे तपाया है
मैं उस भूमि की कर्जदार हूँ
जिसने मेरे लिए अनाज उगाया है
मैं उस पानी की कर्जदार हूँ
जिसने मेरी प्यास को बुझाया है
मैं उस सुबह की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे जगाया है
मैं उस शाम की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे सुलाया है
मैं उस प्रकृति की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे बनाया है
मैं उस ममता की कर्जदार हूँ
जिसने अपनी कोख में मेरा भार उठाया है
मैं उस पिता की कर्जदार हूँ
जिसने मेरे लिए अपना खून, पसीना बहाया है
मैं उस खिलौने की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे हँसाया है
मैं उस बचपन की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे मासूम बनाया है
मैं उस जवानी की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे जिम्मेदार बनाया है
मैं उस परवरिश की कर्जदार हूँ
जिसने मिट्टी से मुझे इंसान बनाया है
मैं उस गुरु की कर्जदार हूँ
जिसने मुझ में ज्ञान का दीप जलाया है
मैं उस शिक्षा की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे मेरी मंजिल का रास्ता दिखाया है
मैं उस ज्ञान की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे अच्छे बुरे का अंतर समझाया है
मैं उस कला की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे कोशिश करना सिखाया है
मैं उस परीक्षा की कर्जदार हूँ
जिसने मुझे मेहनत करना सिखाया है।
