बस समय है प्यार का
बस समय है प्यार का
ये जिंदगी का मोड़ वो, कि बस समय है प्यार का।
सवाल ना जवाब ना, न वक़्त इंतजार का।
क्यों छोड़ कर चले गए, ये आज तक नहीं पता।
मिली मुझे बड़ी सजा, मेरी भला थी क्या ख़ता।
कि आज भी जिगर में है, वो अक्स मेरे यार का।
ये जिंदगी का मोड़ वो, कि बस समय है प्यार का।
मिले थे आखिरी दफा, न कुछ सुना न कुछ कहा।
नजर से बस नजर मिला, न अश्क़ भी कहीं बहा।
न देख तू यहाँ वहाँ, ये वक़्त है इज़्हार का।
ये जिंदगी का मोड़ वो, कि बस समय है प्यार का।
लबों पे रख चला गया, निदा तेरे ही नाम की।
उस-एक पल में पी गया, शराब लाख जाम की।
कि आज तक चढ़ा हुआ, नशा उसी ख़ुमार का।
ये जिंदगी का मोड़ वो, कि बस समय है प्यार का।
पता नहीं मुझे तेरे, मिज़ाज का ख़िसाल का।
नसीब में है क्या लिखा, तेरे मेरे विसाल का।
नहीं ख़याल है मुझे, उसूल का वक़ार का।
ये जिंदगी का मोड़ वो, कि बस समय है प्यार का।