STORYMIRROR

Vinay Anthwal

Tragedy

3  

Vinay Anthwal

Tragedy

बलात्कार

बलात्कार

1 min
260


       

बलात्कार ये महापाप है 

       धरती पर अक्षम्य अपराध है। 

क्रूर नराधम दानवों को 

       रौरव नर्क का अभिशाप है। 


नीच नराधम नामर्दों को 

        जीने का अधिकार नहीं है। 

माँ धरती की गोदी में भी 

        रहने का अधिकार नहीं है। 


कुदृष्टि जिनकी कन्याओं पर 

        अंग भंग कर जलाना होगा। 

ऐसे क्रूर पापियों को 

       तत्काल सबक सिखाना होगा। 


घिनौनी करतूतों का अंत हो 

         ऐसा कार्य करना होगा। 

कन्याओं को जो सब पूजे 

         मानव को आर्य बनाना होगा। 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy