STORYMIRROR

प्रीति प्रभा

Tragedy

4  

प्रीति प्रभा

Tragedy

भूख क्या होती है

भूख क्या होती है

1 min
519


जो सपनों में खोए रहते हैं

अक्सर लोग वही भूखे होते हैं

कोई उम्रभर की खुशबू में जीता है

कोई उम्रभर गरीबी की बदबू में जीता है


जो बचपन बेचकर कमाते हैं

बच्चे वहीं भूखे होते हैं

जो किस्मत के मारे होते हैं

कमज़ोर नहीं होते, बेचारे होते हैं


बाजारों में, किसी चौराहे पर

निकल आते हैं सड़कों पर

em>पेट के वास्ते दर - दर भटकते हैं

सोते नहीं पर सो जाते हैं

भूख के बदले भूख खाकर

बच्चे जो भूखे होते हैं


अमीर लोग जमीं पर नहीं होते

कार, बंगलों और हवाई जहाज में होते हैं

गरीब सिर्फ़ जमीं पर होते हैं

यहीं घिसता है यही मरता है

पेट जिनके भरे होते हैं

मस्त आलम तो वही जीते हैं

भूखे तो अक्सर गरीब होते हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy