बहुत सीया कलेजा है
बहुत सीया कलेजा है
चंद पलों की दूरियों ने,
उल्फत की मजबूरियों ने,
चाहतों को यूं तोड़ा है,
जैसे आदमी खिलौना है।
यकीन नहीं होता है,
प्यार तेरा झूठा है,
उम्र भर का साथ,
चंद लम्हों में छूटा है।
मुद्दतों से प्यार नहीं मिला है,
जब से यार रब रुठा है,
बहुत सीया कलेजा है,
जबसे प्यार में दिल टूटा है।
