बहुत दर्द बटोरा हमने
बहुत दर्द बटोरा हमने


बहुत दर्द बटोरा हमने
टूटते बिखरते रहे
पर किसी ना बताया हमने
अपने गमों को छुपाया हमने
अपने नकली मुस्कान के पीछे
हजारों गम छुपाया हमने
खाली बोतल सरीखे किनारे रखी हुँ
यह गम किसी को ना बताया हमने
बहुत महफिल की शान बन कर
शामे गम ना बनाया हमने
हर वक़्त डूबी रहती हूँ मय के प्यालो
यह आवारगी ना किसी से बताया हमने
मैं और मेरे गहरे ज़ख़्म कभी
ना किसी को दिखाया हमने
यह एंकाकी अकेली ही सही
बार बार गमों को छुपाया हमने!