भुला दिया
भुला दिया
ऐसा क्यों लगा तुझे मैंने भुला दिया,
क्या तस्वीर मेरी तेरी आँखों मे बनती नही
या फिर यादों से ओझल सा हो गया।
ऐसा मत सोच मेरे यार की तेरी यारी को भुला दिया,
ऐसी कोई महफ़िल सजी नही जहाँ तेरा जिक्र न हुआ
भरी महफ़िल में तू ऐसे समाया जैसे मेरे शरीर मे तेरा साया।
झलक तेरे प्यार की झलक मेरे यार की,
बंद हुई पलके और सामने तुझे पाया।
ऐसा कोई पल नही ऐसी कोई घड़ी नही
जिस घड़ी तू मुझे याद न आया।
याद तेरे आने से नही याद तेरे जाने से नहीं
यादें तो तेरी हर बदलते मौसम के फिज़ाओं में पाया।
सुन मेरे यारा याद तू आया बहुत आया
बेहिसाब आया,बेबजह आया
ऐसा न कभी सोच कि तुझे भुला दिया
की तुझे भुला दिया।