बस इसलिए तो मैं आज निशब्द हूँ ......। बस इसलिए तो मैं आज निशब्द हूँ ......।
ना बोला मेरे आगे जो, क्या खाक पीछे कहा होगा। ना बोला मेरे आगे जो, क्या खाक पीछे कहा होगा।
हम ही गुनाहगार बन बैठे। हम ही गुनाहगार बन बैठे।
ऐसा न कभी सोच कि तुझे भुला दिया की तुझे भुला दिया। ऐसा न कभी सोच कि तुझे भुला दिया की तुझे भुला दिया।
छुपा के रखती है वह बेशक, अपने अरमान हमसे नादां है, हाल-ए-दिल आंखों से बयान करती है। छुपा के रखती है वह बेशक, अपने अरमान हमसे नादां है, हाल-ए-दिल आंखों से बयान कर...
जिसकी फिक्र थी, वो हकीकत में हुआ, चली गई, छोड़कर मुझमें तन्हाई का धुंआ जिसकी फिक्र थी, वो हकीकत में हुआ, चली गई, छोड़कर मुझमें तन्हाई का धुंआ