बहरूपिए है सभी
बहरूपिए है सभी
बहरूपिए है सभी अपने भीतर
कई चेहरे छुपाने का हुनर रखते हैं
मतलब खुद का हो तो चाशनी
बन जाते है वरना देर नहीं करते
जहर उगलने में
मुद्दतो से कोशिश की समझ जाऊं
जीवन को, पर हर मोड़ पर नई
चुनौती को सजा रखते है
बनते बिगड़ते, काम तो हो ही जाते हैं
खौफ रखो रब का
स्वर्ग और नर्क तो यही भोगे जाते है
बेहिसाब ख्वाहिशें से खुद को मत लादो
इनके बोझ सिर्फ तकलीफे दे जाते हैं
हुनर रखो हर लम्हे को खुशी से जीने का
जिस्म को जान तो, ये हसीन पल ही दे जाते हैं।