बहरुपिया शैतानियाँ जोकर।
बहरुपिया शैतानियाँ जोकर।
वो एक बहरुपिया शैतान था,
लेकिन वो बीमार रहता था तो।
अब वो मांस नहीं खा पाता था,
अब लोग भी बहुत समझदार थे।
उसने एक खतरनाक उपाय सोचा,
उसने दिन में जोकर बनने का सोचा।
वो हर रोज दिन में स्कूल जाता और,
वहां अपनी जोकर वाली हरकतें करता।
उसने एक बच्चे को बहलाया-फुसलाया,
और एकांत कमरे में जाकर मारकर खाया।
अब वो रोज जोकर बनकर खेल दिखाता,
और मौका मिलते ही बच्चों को खा जाता।
वो शैतान को एक अभिशाप मिला हुआ था,
वो जब किसी को खायेगा जो जुड़वां होगा।
ऐसे किसी इंसान को मारने के बाद ही वो
मरेगा,
उसने एक बच्चे को जैसे ही मारा और तभी वो
भी धरती पर गिरा।
उसने देखा सामने से उस बच्चे का जुड़वां
भाई आ रहा था,
इस प्रकार एक खतरनाक शैतान जोकर का
अंत हुआ।