भोले-Lockdown खोलें
भोले-Lockdown खोलें
भले ही लॉकडाउन का, दौर चल रहा है।
पर भोले तेरे लिए ही, ये दिल धड़क रहा है।।
तू ही मेरी इस पावन धरती की
आन है, मान है, शान है।
सच तो यही है भोला, तू बन बैठा,
सबके दिल का मेहमान है।।
तेरी ही दया दृष्टि से,
चमकी है "छोटी काशी"।
कर दो अमृत की वर्षा,
ये धरती है प्यासी।।
तेरी ही महिमा से, इस चराचर जगत में,
है "छोटी काशी" का बोलबाला।
उबारो प्रभु इस कहर से सभी को,
ना कोई सोए भूखे पेट, बिन निवाला।।