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Khushbu Gupta

Tragedy

3  

Khushbu Gupta

Tragedy

बेबस उम्र

बेबस उम्र

1 min
60


बेबसी का आलम था

बेबस सी जान पड़ती थी

वो जो गैरों की चौखट पर 

कंजफ़ीर सी दिखती थी


आँखों के नीचे बादलों सा घेरा 

चर्राई कपड़ों का तन पे बसेरा 

नली जो सूखी पड़ी थी गले की

उसमें ना पड़ा था ठीक से निवाला


ख़ुदा की रहमत ना थी 

या अपनों ने की थी रुस्वाई

वो इक कंजफ़ीर थी जो .......

गैरों की चौखट पे नज़र आई थी


चुप चाप देख रहा था

उसकी हरकतों को भाप रहा था

बचपन में बच्चे की ना समझी को 

उस कंजफ़ीर में पा रहा था


माँ होती तो...

उसकी हरकतों को समझ जाती

वो तो कंजफ़ीर थी जो आज

गैरों की चौखट पे नज़र आई थी


(कंजफ़ीर: बूढ़ी औरत)


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