बदलते आदर्श .....
बदलते आदर्श .....
वक्त वक्त की बात है
आज फ़िल्मी सितारे
जमीं पर हैं
आज राजनीति के गलियारे, सूने हैं
आज खेल के खिलाड़ी
करोड़ो में नहीं खेल रहे,
आज अरबों खरबों के व्यापार,
शून्य पर है
आज देवालय में भक्तों की
भीड़ नहीं है
कल तक जो आदर्श थे
वे एक महामारी की वजह से
सामान्य साधारण कमजोर
से नज़र आ रहे हैं और
जो सामान्य से थे
वे असाधारण
और देश के आदर्श बन गए हैं !
हमारे स्वास्थ्य कर्मी भाई
हमारी नर्स बहनें
सभी डॉक्टर एवं नर्स जो कोरोना काल
में अपना कर्तव्य निभा रहे हैं
इस महामारी के समय में वे अपनी महत्वपूर्ण
भूमिका निभा रहे हैं
अपने प्राणों के संकट को भूल वे अपना
फर्ज निभा रहे हैं
ये वह दौर है जो बता रहा है कि
कोरोना काल में डॉक्टर और नर्स योद्धा
से कम नहीं है !
वे फ़रिश्ते की तरह लोगों के जीवन को बचा रहे हैं !
सफ़ेद वर्दी में वे साक्षात ईश्वर नजर आ रहे है
इन कठिन परिस्थितियों में
हमारे जीवन को हमारे स्वास्थ्य को,
हमारे देशको जो भी डॉक्टर एवम स्वास्थ्य कर्मी,
सुरक्षित बना रहे हैं उनका।
