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KUMAR अविनाश

Romance Tragedy

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KUMAR अविनाश

Romance Tragedy

बड़ा अजीब दर्द है तेरी यादों का

बड़ा अजीब दर्द है तेरी यादों का

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बड़ा अजीब दर्द है

तेरी यादों का


पूरी उम्र गुजर जाएगी

तड़पते तड़पते


मिला मुझको क्या तुझसे मिलकर

जिंदगी पहले गुजर रही थी हंसते हंसते


जब मिली निगाहें चार 

चाहत रह गई बस सिसकते सिसकते


ये दुनिया क्या जाने दर्द तेरा कुमार

जनाजे पर भी लोग आएंगे तो हंसते हंसते


ये दुनिया किसी की हो ही नहीं सकती

हर कोई छोड़ेगा मकां बस आखिरी नींद सोते सोते



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