फूल में लिपटे पत्थर से टकराते हो क्यों फूल में लिपटे पत्थर से टकराते हो क्यों
बेहतर के चक्कर में कुछ ना कर पाया, उसकी नाकामयाबी के जनाजे निकल गए। बेहतर के चक्कर में कुछ ना कर पाया, उसकी नाकामयाबी के जनाजे निकल गए।
मिला मुझको क्या तुझसे मिलकर जिंदगी पहले गुजर रही थी हंसते हंसते मिला मुझको क्या तुझसे मिलकर जिंदगी पहले गुजर रही थी हंसते हंसते
दुनिया में सबसे पाक तेरा प्यार है सबसे कीमती तेरा साथ है दुनिया में सबसे पाक तेरा प्यार है सबसे कीमती तेरा साथ है
पतझड़ के दरख़्त सा बिल्कुल हाल हुआ है हमारा। पतझड़ के दरख़्त सा बिल्कुल हाल हुआ है हमारा।
किसी को फ़िक्र धंधे की, कोई शौकीन पूरा है । किसी को ऐसा लगता है, वो घर में भी अधूरा है किसी को फ़िक्र धंधे की, कोई शौकीन पूरा है । किसी को ऐसा लगता है, वो घर में भी...